Monday, August 13, 2007

टीम इंडिया ने लहराया जीत का परचम

लंदन। भारत ने 21 साल बाद ब्रिटिश सरजमीं पर सीरीज जीतकर सोमवार को भारतीय क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय तो जोड़ा लेकिन इंग्लैंड ने तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच ड्रा कराकर इस जीत को चमकदार नहीं बनने दिया। इंग्लैंड के सामने 500 रन का मुश्किल लक्ष्य था और वह केविन पीटरसन के शतक और इयान बेल (67) के साहसिक प्रदर्शन से वह आखिर में छह विकेट पर 369 रन बनाकर मैच बचाने में सफल रहा। भारत ने नाटिंघम टेस्ट की सात विकेट की जीत के कारण तीन मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम की।
भारत ने इस तरह से 1986 के बाद पहली बार इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीती। तब कपिल देव की टीम ने इंग्लैंड को 2-0 से हराया था। इस हार के साथ ही इंग्लैंड का 2001 के बाद अपनी धरती पर टेस्ट सीरीज न गंवाने का अभियान भी रुक गया। भारतीय टीम पहली पारी में 664 रन बनाने और इंग्लैंड को 345 रन पर समेटने के बाद इस बार भी 2-0 की जीत के करीब दिख रही थी लेकिन कप्तान राहुल द्रविड़ ने मेजबान टीम को फालोआन देने का फैसला नहीं किया। भारत ने दूसरी पारी छह विकेट पर 180 रन बनाकर समाप्त घोषित की। इससे इंग्लैंड को मैच बचाने का मौका मिल गया।
इसके अलावा भारतीय टीम इंग्लैंड पर बड़े लक्ष्य का दबाव बनाने में असफल रही जिसके बल्लेबाजों विशेषकर पीटरसन ने सतर्कता और आक्रमण का अच्छा नमूना पेश किया। भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने भी इंग्लैंड का बचाव किया। द्रविड़ ने जहां वॉन को कुंबले की गेंद पर शुरू में ही जीवनदान दिया वहीं पाल कोलिंगवुड जब 13 रन पर थे तब सचिन तेंदुलकर की गेंद पर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने उनका कैच छोड़ा। श्रीसंथ ने हालांकि मैच के पांचवें दिन शाम के सत्र में नई गेंद से पीटरसन और कोलिंगवुड को पवेलियन भेजकर भारतीयों की आस जगाई थी लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों ने क्रीज पर डेरा जमाए रखा। श्रीसंथ ने तीन विकेट लिए।
इंग्लैंड ने सुबह बिना किसी नुकसान के 56 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा उसके दोनों बल्लेबाजों एंड्रयू स्ट्रास और एलिस्टर कुक ने विशाल लक्ष्य होने के कारण लंबे समय तक विकेट पर टिके रहने को ही अपना लक्ष्य बनाया। जहीर खान और एस श्रीसंथ दोनों ने बादलों से घिरे आसमान के नीचे काफी कसी हुई गेंदबाजी की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। भारत को आखिर में रुद्र प्रताप सिंह ने अपने पहले ओवर में ही सफलता दिलाई जब उनकी आउट स्विंगर पर स्ट्रास ने दूसरी स्लिप में वीवीएस लक्ष्मण को कैच दिया। स्ट्रास ने 113 गेंद का सामना करके छह चौकों की मदद से 32 रन बनाए।
इसके तीन ओवर बाद कुंबले ने कुक को पवेलियन का रास्ता दिखाया। इस लेग स्पिनर ने रफ एरिया में गेंद फेंकी जिस पर बाएं हाथ के बल्लेबाज कुक ने लेग स्लिप में लक्ष्मण को सीधा कैच थमाया। कुक ने 154 मिनट क्रीज पर रहकर 43 रन बनाए। पीटरसन ने यहीं पर क्रीज पर कदम रखा और कुंबले की फुलटास पर चौका जमाकर अपना खाता खोला लंच के बाद कप्तान माइकल वॉन भी पवेलियन लौट गए तो पीटरसन ने कोलिंगवुड के साथ मिलकर कुंबले और तेंदुलकर की टर्न लेती गेंदों का अच्छी तरह से सामना किया।
वॉन ने द्रविड़ से मिले जीवनदान का फायदा उठाते हुए पीटरसन के साथ तीसरे विकेट के लिए 26.3 ओवर में 66 रन की भागीदारी की। बीच में खराब रोशनी ने उनका ध्यान भंग किया और उन्होंने श्रीसंथ की आउट स्विंगर पर ढीला शॉट खेलकर धोनी को आसान कैच दे दिया। वान ने 95 गेंद का सामना करके पांच चौकों की मदद से 42 रन बनाए। श्रीसंथ ने चाय के विश्राम के बाद नई गेंद से कोलिंगवुड और कुछ देर बाद पीटरसन को आउट करके भारत की जीत की आस जगाई। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 114 रन जोड़े थे।
श्रीसंथ ने नई गेंद लेने के बाद पहली गेंद पर ही कोलिंगवुड को पगबाधा आउट किया जिन्होंने 81 गेंद का सामना करके 40 रन की अपनी पारी में पांच चौके लगाए। इसके बावजूद पीटरसन ने अपना आक्रामक रवैया अपनाए रखा और श्रीसंथ पर ही मिडविकेट पर चौका जमाकर अपना दसवां टेस्ट शतक पूरा किया। दक्षिण अफ्रीका में जन्मे इस आक्रामक बल्लेबाज ने हालांकि इसी ओवर की अंतिम गेंद पर ढिलाई बरती और बैकफुट पर जाकर करारा ड्राइव करने के प्रयास में पहली स्लिप में खड़े दिनेश कार्तिक को आसान कैच दिया। उन्होंने अपनी शतकीय पारी के लिए 159 गेंद खेली और 18 चौके जमाए।
बेल ने इसके बाद जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे साफ हो गया कि वह दबाव में खेलकर किसी तरह के जोखिम में नहीं पड़ना चाहते है। पीटरसन के आउट होने के तुरंत बाद उन्होंने आरपी सिंह पर दो चौके जमाए और इसी गेंदबाज के एक ओवर फिर से दो बार गेंद सीमा रेखा पार भेजी। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को मैट प्रायर (64 गेंद पर नाबाद 12 रन) के रूप में अच्छा साथी मिला। बेल ने टेस्ट मैचों में 13वां अर्धशतक पूरा करने के बाद कुंबले पर लगातार चार चौके जमाए। हालांकि इस गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में उन्हें पगबाधा आउट करके बदला चुकता कर दिया। बेल ने केवल 62 गेंद खेली और 12 चौके जमाए।
स्कोर बोर्ड
तीसरा टेस्ट, पांचवां दिन
भारत पहली पारी 664 रन
इंग्लैंड पहली पारी 345 रन
भारत दूसरी पारी छह विकेट पर 180 रन [घोषित]
इंग्लैंड दूसरी पारी छह विकेट पर 369 रन
स्ट्रॉस का लक्ष्मण बो रुद्र प्रताप 32
कुक का लक्ष्मण बो कुंबले 43
वॉन का धोनी बो श्रीसंथ 42
पीटरसन का कार्तिक बो श्रीसंथ 101
कोलिंगवुड एलबीडब्ल्यू बो श्रीसंथ 40
बेल एलबीडब्ल्यू बो कुंबले 67
प्रायर नाबाद 12
साइडबाटम नाबाद 3
अतिरिक्त: 29
विकेट पतन: 1-79, 2-86, 3-152, 4-266, 5-289, 6-363।
गेंदबाजी
जहीर 20-3-59-0
श्रीसंथ 21-7-53-3
कुंबले 37-9-123-2
रुद्र प्रताप 13-2-50-1
सचिन 19-0-78-0

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